Giridhar kavirai biography of williams

          Giridhar kavirai ki kundaliya

        1. Giridhar kavirai ki kundaliya
        2. गिरिधर कविराय की रचनाएँ
        3. Giridhar kavirai ka jivan parichay
        4. Giridhar kavirai photo
        5. Appendix - I. INDIAN CERTIFICATE OF SECONDARY EDUCATION EXAMINATION.
        6. Giridhar kavirai ka jivan parichay!

          गिरिधर कविराय

          गिरिधर कविराय, हिंदी के प्रख्यात कवि थे। इनके समय और जीवन के संबंध में प्रमाणिक रूप से कुछ भी उपलब्ध नहीं है। अनुमान किया जाता है कि वे अवध के किसी स्थान के निवसी थे और जाति के ब्रह्मभट्ट ब्राह्मण थे। शिवसिंह सेंगर के मतानुसार इनका जन्म 1770 ई.

          में हुआ था।

          गिरिधर कविराय के जीवन के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। श्री शिव सिंह ने उनका जन्म संवत् 1770 दिया है। उनका कविता-काल संवत् 1800 के उपरांत ही माना जा सकता है।

          गिरिधर कवि ने नीति, वैराग्य और अध्यात्म को ही अपनी कविता का विषय बनाया है। जीवन के व्यावहारिक पक्ष का इनके काव्य में प्रभावशाली वर्णन मिलता है जिसकी पैठ जनमानस में बहुत गहरी है। इसीलिए इनकी नीति-संबंधी कुंडलियाँ जनमानस में बहुत लोकप्रिय हैं। इस लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण है बिलकुल सरल, सहज, व्यावहारिक तथा सीधी-सादी भाषा में गंभीर तथा नीतिपरक तथ्यों का कथन। कुंडलियों में ही इन्होंने अपने समस्त काव्य की रचना की। गिरिधर कविराय ग्रंथावली में इनकी पाँच सौ से अधिक कुंडलियाँ संकलित हैं।

          गिरिधर के समय तथा जीवन के संबंध में प्रामाणिक रूप से कुछ कहना